
Elon Musk
Elon Musk: X को लेकर मस्क इतने जुनूनी हैं कि उन्होंने अपनी अंतरिक्ष कंपनी, अपने पहले बेटे और एक इलेक्ट्रिक कार मॉडल का नाम भी एक्स रखा है।.
अमेरिकी उद्यमी एलन मस्क को दुनिया के सबसे चतुर लोगों में शुमार किया जाता है, लेकिन उन्हें अक्सर ऐसी हरकतें करते देखा जा सकता है जो किसी सुलझे अरबपति कारोबारी के लिहाज से तार्किक और सामाजिक मान्यताओं के दायरे में संगत नहीं लगती हैं. फिलहाल, मस्क ने ट्विटर का नाम बदलकर एक्स रख दिया है, जो ज्यादातर लोगों को बेतुका लग.
मस्क और एक्स का संबंध.
1999 में एलन मस्क ने एक बैंकिंग वेबसाइट बनाई, जिसका नाम एक्स था।. कॉम बनाया, फिर तीन साल बाद पेपाल में शामिल हो गया. मस्क को पेपाल का सीईओ बनाया गया, लेकिन उसका नाम बदलकर एक्स कर दिया गया।. कॉम को रखना चाहते थे, लेकिन बाकी फाउंडर सहमत नहीं थे, इसलिए मस्क को सीईओ पद छोड़ना पड़ा. इस तरह, कॉम और एक्स का रिश्ता दो दशक से भी पुराना हो गया।.
2017 में वापस खरीद लिया X कॉम.
पेपाल में एक्स के साथ मर्जर. 2017 में मस्क ने पेपाल का कॉम डोमेन नेम एक्स बदल दिया।. कॉम डोमेन खरीदने के बारे में मस्क ने एक ट्वीट किया, “एक्स”. कॉम को खरीदने का मौका देने के लिए पेपाल का शुक्रिया; अभी कोई योजना नहीं है, लेकिन मेरे लिए इसकी गहरी भावनात्मक कीमत है।.
X सब कुछ बनने की क्षमता।.
गणित की कक्षा में आपको एक्स याद होगा, जो अज्ञात को एक्स कहते थे. सवालों को हल करने में इसकी अनोखी क्षमता और लचीलेपन की वजह से यह बहुत आकर्षक है. डॉ।. लियोन ने कहा कि मस्क एक्स के दीवने हैं क्योंकि यह एक अक्षर हो सकता है जो जन्म-मृत्यु, गुणा, निरस्तीकरण और अज्ञात चर के तौर पर काम कर सकता है।.
एक्स की दौड़ में कानूनी बाधाएं.
अल्फाबेट, गूगल की पेरेंट कंपनी, पहले से ही एक्स. कंपनी चला रही है, इसके अलावा फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा के पास एक्स का इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट है, वहीं माइक्रोसॉफ्ट के पास एक्स का ट्रेड मार्क राइट है. यूरो न्यूज की रिपोर्ट में अमेरिकी ट्रेड मार्क लॉयर जोश गेरबेन ने कहा कि 100 फीसदी संभावना है कि कोई न कोई एक्स नाम को लेकर ट्विटर को अदालत में घसीट लेगा।.
X के खिलाफ जांच शुरू हो गई।
शुक्रवार को सान फ्रांसिस्को स्थित इसके मुख्यालय की इमारत पर भी बड़ा सा एक्स लगा दिया गया है। शहर के प्रशासन को इसकी वैधता के खिलाफ शिकायत मिली है, जिसकी जांच की जा रही है। शहर के कानूनों के मुताबिक किसी भी इमारत पर साइन बोर्ड लगाने की अनुमति लेनी होती है और इसके आकार प्रकार को लेकरभी नियम बने हैं। अगर एक्स को लगाने में नियमों का उल्लंघन हुआ है, तो इसे हटाया जा सकता है। आगे चलकर अगर ट्विटर का मौलिक रूप ही नहीं बचता है, तो इसका अंजाम बुरा हो खासतौर पर यूजर इसे नकार सकते हैं।