
ITR Scam Fraud Alert: लोगों को साइबर ठगों का गिरोह इनकम टैक्स रिफंड का लोभ देकर अपना निशाना बना रहा है। सरकार ने टैक्यपेयर्स को उनसे बचने की चेतावनी दी है।
टैक्स रिटर्न भरने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, लेकिन अभी भी पेनल्टी के साथ फाइल किए जा रहे हैं। वहीं, आयकर विभाग आईटीआर को तैयार करने और रिटर्न देने में लगा हुआ है।
बनाया गया आईटीआर रिकॉर्ड
इस साल 11,59,77,120 इंडिविजुअल टैक्सपेयर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिनमें से 6,77,42,303 ने आईटीआर फाइल किया, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ई-फाइलिंग पोर्टल पर। इस साल इनकम टैक्स रिटर्न भरे जाने में एक रिकॉर्ड बनाया गया। पिछले वर्ष की तुलना में यह आंकड़ा लगभग 1 करोड़ अधिक है, जो अब तक भरा गया सबसे ज्यादा आईटीआर है।
करोड़ों आईटीआर अभी प्रोसेस नहीं हुए हैं
डैशबोर्ड ने बताया कि 6.77 करोड़ से अधिक आईटीआर में से सिर्फ 5,62,59,216 रिटर्न वेरिफाई किए गए हैं। इनमें से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 3,44,16,658 रिटर्न भेजे हैं। इसका अर्थ है कि अभी तक 3.33 करोड़ से अधिक इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भेजे गए हैं, जिससे करोड़ों लोगों का इनकम टैक्स रिफंड अटक गया है।
लोगों को लक्षित करने वाले साइबर ठग
ऐसे टैक्सपेयर्स को साइबर ठगों का गिरोह निशाना बना रहा है और उनसे ठगी कर रहा है। वे टैक्सपेयर को ठगी का शिकार बना रहे हैं, उसे नोटिस का रिफंड या किसी गलती के बारे में संदेश भेज रहे हैं। पीआईबी के एक फैक्टचेक के अनुसार, लोगों को भेजे गए मैसेज में उन्हें बताया जा रहा था कि वे विशेष रकम के इनकम टैक्स रिफंड के लिए पात्र हैं।
ITR Scam लिंक पर भी गलती से क्लिक नहीं करें
मैसेज में टैक्सपेयर्स को बताया जाता है कि रिफंड का वह पैसा जल्दी ही उनके अकाउंट में क्रेडिट किया जा सकता है। इसके लिए बस अकाउंट को वेरिफाई करना होगा। Verified करने के लिए मैसेज में एक लिंक है। अगर आपको भी ऐसा मैसेज मिलता है, तो कृपया उस लिंक पर क्लिक नहीं करें। पीआईबी फैक्टचेक ने बताया कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ये संदेश नहीं भेजे हैं, इसलिए टैक्सपेयर इनसे सतर्क रहें।
ऐसे संदेश मिलने पर क्या करना चाहिए?
आयकर विभाग आपसे अकाउंट नबंर या किसी अन्य व्यक्तिगत जानकारी की मांग नहीं करता। यदि आपको इस तरह का कोई मेसेज या ईमेल मिलता है, तो इसका कोई जवाब नहीं देना चाहिए। अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या खाते से संबंधित कोई भी जानकारी दूसरों से न साझा करें। वहां दिए गए लिंक पर कभी भी क्लिक नहीं करें।
वह एक वायरस हो सकता है जो आपके फोन में प्रवेश कर सकता है। मेसेज के साथ किसी अटैचमेंट को खोलने से बचें। फोन-लैपटॉप को वायरस से बचाने के लिए फायरवॉल और एंटीवायरस का उपयोग किया जा सकता है। आप फर्जी आईटीआर रिफंड के इस संदेश को भी बता सकते हैं। Webmanager@incometax.gov.in पर फोन नंबर या वेबसाइट की जानकारी भेज सकते हैं। Cert-in.org पर एक प्रति भी भेज सकते हैं।